विंध्याचल थाना क्षेत्र के कुरौठी गांव में हुई घटना में पुलिस की एक तरफा कार्रवाई की निंदा की जा रही है। मामले में पीड़ित पक्ष को सुने बिना एक तरफा एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है ¹.
इस मामले में स्थानीय मंत्री को गलत फीडबैक दिया गया या उन्होंने किस वजह से महज एक पक्ष को तवज्जो दी, यह समझ से परे है। आरोप है कि लड़की उठा ले जाने और शराब पीकर मारपीट करने का आरोप गलत है और विवाद भैंस को सड़क पर बांधने को लेकर था, जो सामान्य विवाद है ¹.
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इस मामले में पीड़ित क्षत्रिय परिवार के घर तिलक समारोह है, और मांगलिक उत्सव में भी लोगों को थाने बुलाकर परेशान किया जा रहा है। विनय सिंह, जिला अध्यक्ष ने मांग की है कि घटना की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, बिना किसी दबाव में दोनों पक्षों को सुना जाना चाहिए और जो भी दोषी हो कार्रवाई होनी चाहिए, पर पॉलिटिकल ट्रायल नहीं होना चाहिए ¹.
अगर हमारे समाज के साथ गलत तथ्यों के आधार पर ज्यादती हुई तो हम सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। यह मामला न केवल न्याय की मांग करता है, बल्कि समाज में व्याप्त भेदभाव और राजनीतिक दखल के खिलाफ भी आवाज उठाता है ¹.