विंध्याचल में पुलिसिया रौब का शिकार बना दर्शनार्थी
लाइन से निकाल कर ले गई पुलिस चौकी, हाथ में माला फूल लेकर पहुंचा भक्त, परिवार रहा परेशान
मिर्जापुर। विंध्याचल धाम में रविवार को भीड़ के चलते आम दर्शनार्थियो को मुसीबत का सामना करना पड़ा। यह मुसीबत सुरक्षा के नाम पर तैनात पुलिस के जवानों ने भीड़ के बीच पैदा किया था।
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परिवार के साथ आये दर्शनार्थियों के साथ धक्का मुक्की की गई। इतना ही नहीं परिवार के सामने युवक को जबरन पुलिस चौकी ले जाकर बैठाया गया। कुछ देर बाद युवक को जाने दिया गया।
माँ के धाम में पुलिसिया अव्यवस्था के चलते परिवार ने नाराजगी व्यक्त किया। कहा कि भक्तों के साथ दुर्व्यवहार कर लोगों की आस्था भक्ति पर चोट किया जा रहा है। एक तरफ प्रदेश सरकार भक्तों की सुविधा और अपने संस्कार से जोड़ने का काम कर रही हैं। वही कुछ लोग जबरन उसकी मंशा पर पानी फेर रहे हैं। अनानाहक दुर दराज से आने वाले भक्तों को परेशान किया जा रहा है।
हुआ यह कि मंदिर में माँ का दर्शन करने के लिए गेट नम्बर न 2 से जाने के लिये डबल लाइन लगी थी। जिस पर निगरानी के लिए पुलिस के जवान भी तैनात थे। राम भरोसे व्यवस्था छोड़ कर पुलिस के जवान हट गए।
इसी दौरान तीसरी लाइन लगती चली गई। गंगा नदी से आने वाले भक्तों की टोली इस लाइन से जुड़ती चली गई। जब पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे तो भक्तों के साथ धक्का मुक्की करने लगे। भीड़ में महिलाओं के होने के बावजूद महिला पुलिस नदारद थी।
धक्का मुक्की का एक यात्री ने विरोध किया तो उसे जबरन पुलिस चौकी ले जाया गया। माँ के दर्शन की कामना के साथ लाइन में लगे युवक को हाथ माला फूल और प्रसाद लेकर साहब के दरबार में हाजिरी लगाना पड़ा।
साथ में आये परिजन भी नई आफत को देख दर्शन करना भूल गए। परिजन बार बार परिवार के साथ आने की बात कहते रहे। करीब आधा घंटा बैठाने के युवक को चौकी से छोड़ा गया।
श्री विंध्य पंडा समाज के पूर्व अध्यक्ष राजन पाठक ने यात्रियों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार पर चिंता जताया। कहा कि व्यवस्था के नाम पर मंदिर पर पुलिस फोर्स बढ़ाया गया है, लेकिन यात्रियों की मुसीबत बढ़ गई है ।
कहा कि मंदिर पर व्यवस्था का जिम्मा श्री विंध्य पंडा समाज करता रहा है। साजिश के तहत पंडा समाज का चुनाव जिला प्रशासन टालता जा रहा है । कहा कि पंडा समाज प्रशासन के साथ मिलकर व्यवस्था करता रहा है।
- पंडा समाज को दरकिनार कर व्यवस्था के नाम पर आम और खास दो तरह के दर्शनार्थियों में बांटा जा रहा है।
सेवा के नाम पर तैनात कर्मी केवल वीआईपी सेवा में मग्न हैं।उन्होंने मंदिर की व्यवस्था को सुदृढ़ किए जाने के लिए जल्द पंडा समाज के चुनाव कराए जाने की मांग की।
सोशल मीडिया पर मां विन्ध्यवासिनी मंदिर का वायरल वीडियो के सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी नगर की बाइट-
मनीष रावत की रिपोर्ट