मिर्जापुर में 2200 वर्ष पुराने नाग कुंड की उतारी गई आरती
- ऐसी मान्यता है कि इसी कुंड से होकर पाताल लोक का रास्ता जाता है
मिर्जापुर में स्थित 2200 वर्ष पुराने अति प्राचीन नाग कुंड की आज नाग पंचमी के पर्व पर उतारी गई आरती मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुई जिलाधिकारी ने शीघ्र ही इस कुंड के जीर्णोद्धार का दिया आश्वासन…
मिर्जापुर और विंध्याचल के मध्य कंतित में स्थित है अति प्राचीन नाग कुंड इतिहासों में किसका वर्णन मिलता है नागवंशी राजा दानव राय द्वारा इस कुंड का निर्माण कराया गया था ।
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इस विशाल कुंड के चारो ओर से अंदर जाने के लिए सीढ़ियां बनाई गई हैं बनावट देखकर लोग भौचक रह जाते हैं इतने वर्ष बीत जाने के बाद भी कुंड जज्स का तस के खड़ा हुआ है ।
कुंड में पांच कुप है जिसमें से एक कूप कभी भी सुखा नहीं लोगों का बुजुर्ग लोगों का कहना है कि इसी एक कूप से पाताल लोक का रास्ता जाता था जिससे नागवंशी राजा आते जाते थे
इस कुंड के बारे में एक और कथा प्रचलित है कि कुंड के पास अगर कोई व्यक्ति जाए और सच्चे मन से प्रार्थना करें तो उसे कुंड से भोजन बनाने के लिए बर्तन भी प्राप्त हो जाते थे और लोग भोजन बनाने के बाद साफ सुथरा करके कुंड को वापस कर देते थे ।
आज नाग पंचमी के अवसर पर यहां एक विशाल मेला भी लगता है साथ ही कुंड की आरती भी उतारी गई देश में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन उनके साथ अपर जिलाधिकारी शिव प्रताप शुक्ला, नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष श्याम सुंदर केशरी, आरएसएस के श्री सोहनलाल माली जी समेत तमाम लोग शामिल रहे।
कार्यक्रम के संयोजक रोहित त्रिपाठी ने बताया कि जिलाधिकारी ने अस्वस्थ किया है कि कुंड की पैमाइश करने के साथ ही इसके आसपास किए गए अतिक्रमण को हटाया जाएगा और कुंड के जीरो द्वारा और सुंदरीकरण का कार्य किया जाएगा
मनीष रावत की रिपोर्ट

