मिर्जापुर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ती चयन में धांधली का आरोप, नियमों की अनदेखी और राजनीतिक दबाव का मामला गरमाया
मिर्जापुर, मई 2025: जिले के ग्राम पटेहरा, ब्लॉक हलिया, तहसील सदर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ती के पद पर चयन प्रक्रिया में अनियमितता और पक्षपात का गंभीर मामला सामने आया है। स्थानीय निवासी प्रीती शर्मा, पत्नी दिनेश शर्मा ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र सौंपकर आरोप लगाया है कि उनके पात्र आवेदन को अनदेखी कर पड़ोसी गांव लालापुर की रीता देवी, पत्नी शिवगोपाल को फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर चयनित किया गया है।
प्रीती शर्मा ने अपने प्रार्थना पत्र में बताया कि वह गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली पात्र महिला हैं और उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ती पद के लिए आवेदन किया था। उनका आवेदन सत्यापित होने के बावजूद, रीता देवी को चयनित किया गया, जिनका नाम ग्राम पटेहरा की मतदाता सूची में नहीं है और वे लालापुर गांव की निवासी हैं। तहसील रिपोर्ट और लेखपाल द्वारा सत्यापित दस्तावेजों के अनुसार, रीता देवी ने फर्जी प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर पद हासिल किया।
प्रार्थिनी ने आगे बताया कि उपजिलाधिकारी लालगंज की जांच में ये आरोप सही पाए गए, लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई। प्रीती शर्मा ने इस मुद्दे को पहले भी 24 मार्च 2025 और 5 मई 2025 को जिलाधिकारी के समक्ष उठाया था, परंतु अब तक कोई समाधान नहीं हुआ। क्षेत्र की जनता में इस अनियमितता को लेकर भारी आक्रोश व्याप्त है।
प्रीती शर्मा ने जिलाधिकारी से इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराकर न्याय की गुहार लगाई है। उनके आवेदन के साथ आधार कार्ड, वोटर आईडी, राशन कार्ड, क्षेत्रीय लेखपाल की रिपोर्ट, और आईजीआरएस/तहसील दिवस निस्तारण आख्या जैसे दस्तावेज संलग्न किए गए हैं। यह मामला जिले में आंगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर रहा है।