कोन ब्लॉक के कई दर्जन आंगनबाड़ियों की दिवाली हुई फीकी
जिला कार्यक्रम अधिकारी और प्रभारी सीडीपीओ के निष्क्रियता से मिर्जापुर जनपद के कोन ब्लॉक के कई दर्जन आंगनबाड़ियों की दिवाली हुई फीकी
चिल्ह मिर्जापुर के बाल विकास परियोजना कोन मैं 140 आंगनबाड़ी केंद्र चलते हैं जिसमें 140 आंगनबाड़ी कार्यकर्ती मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ती और सहायिका काम करती है विदित हो कि सरकार के तरफ से इन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का आधार सत्यापन का कार्य चल रहा था जैसे-जैसे आधार सत्यापन का कार्य चलता रहा वैसे-वैसे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय आना विभाग से माह जुलाई 2024 से बंद हो गया लगातार आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपनी समस्या को लेकर तमाम अधिकारियों पर दबाव बनाती रही लेकिन सब कुछ हवा हवाई साबित हुआ और 4 माह से मानदेय न मिलने से उनके सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई विदित हो कि इनको बहुत कम मानदेय मिलता है इनका मानदेय ₹6000 मासिक है वह भी अधिकारियों के लापरवाही से समय नहीं मिल पा रहा है मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ का आदेश था कि दीवाली पर्व के पहले तमाम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय ससमय उनके खाते में पहुंचे लेकिन अधिकारियों के लापरवाही के चलते कोन ब्लॉक के लगभग 50 की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिका का मानदेय विभाग की निष्क्रियता के चलते नहीं आ सका हताश परेशान तमाम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने आइजीआरएस पोर्टल पर इसकी शिकायत दर्ज की तथा लिखित रूप से अपने मानदेय न मिलने की समस्या प्रभारी सीडीपीओ को दी उसके बाद विभाग के तरफ से बताया गया है कि 9 नवंबर तक इस संदर्भ में रिपोर्ट लगेगी आगे मानदेय की जानकारी दी जाएगी आखिरकार अल्प मानदेय पर काम करने वाली ग्राम स्तर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता जो की सरकार की तमाम महत्वाकांछी योजनाओं में काम करती हैं उनका मानदेय समय से ना मिल पाना कर्मचारियों की निष्क्रियता दर्शाती है जब इस संदर्भ में हमारे संवाददाता ने जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा से बात किया उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर से सीडीपीओ पूरी लिस्ट बनाकर भेजेंगे किन-किन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय रुका है वैसे हम इसको प्रदेश मुख्यालय भेजेंगे लोगों का मानदेय आ जाएगा लेकिन कई बार ब्लॉक स्तर से रिपोर्ट जाने के बाद आज तक इनका मानदेय न मिल पाना कर्मचारी और अधिकारीयो के निष्क्रियता को दर्शाता है आखिरकार सरकार इन अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही क्यों नहीं करती आखिरीकार अधिकारियों को लापरवाही के चलते कोन ब्लॉक के दर्जनों की संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिवाली पर पर मानदेय मिलने से उनकी दिवाली पर्व फीकी रही है अब देखने का विषय है आगे होता क्या है मजे की बात यह है कि जब लोगों का आधार सत्यापन सही ढंग से हो गया उसके बाद इनका मानदेय क्यों नहीं आया इसका जवाब कौन देगा यह बड़ा प्रश्न है
इन आंगनबाड़ियों के समर्थन में उतरा एक भाजपा कार्यकर्ता प्रशासन तक अपनी आवाज को पहुंचाते हुए आईजीआरएस पर कंप्लेंट किया है जिनकी संख्या है
40019924025293 अब देखने का विषय है क्या इस कंप्लेंट के बाद अधिकारियों की तंद्रा टूटीती है हारतोड़ ग्रामीण स्तर पर मेहनत करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ससमय मानदेय क्यों नहीं दिया गया इसकी जवाब दे ही किसकी है इन दोषी अधिकारी और बाबू पर क्या कार्रवाई सरकार करती है यह तो आने वाले समय में आपको देखने को मिलेगा कई ग्राम पंचायत की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने नाम न छापने के शर्त पर बताया कि हम लोग दिवाली पर पर मानदेय न मिलने के कारण काफी परेशान है हमारी दिवाली फीकी रही है और सामाजिक कार्यकर्ता और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ने नाम न छापने के शर्त पर कहा है कि जब तक इन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय नहीं देती है तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा