मुझे खुश करने के लिए मालाओं की जरूरत नहीं। सिर्फ अपना काम ईमानदारी से करो, उतना काफी हैं मेरे लिए।
मड़िहान मिर्जापुर बात करें मड़िहान तहसील के उपजिलाधिकारी युगांतर त्रिपाठी की उनकी गिनती बेहद ईमानदार, काबिल अधिकारी के रूप में हो रही है। गौरतलब हो कि विगत एक वर्षों से मड़िहान तहसील का साख सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में बड़ा है। इसका नतीजा अधिकारी की इमानदारी, टाइम टू टाइम कार्य व सक्रियता है। तहसील को अपने घर की तरह संभालते हुए जनता की समस्याओं का समाधान अपना कर्तव्य समझा। तहसील में कभी कभार छोटे मोटे कार्यक्रमों में कर्मचारियों के द्बारा इन्हें माला पहनाने पर बोल बैठते हैं । मुझे खुश करने के लिए मालाओं की जरूरत नहीं । सिर्फ अपना काम ईमानदारी से करें उतना ही काफी है मेरे लिए। इमानदार अधिकारी पुरे तहसील के कर्मचारियों से सिर्फ इमानदारी से कार्य करने की चाहत रखते हैं। अपनी खुशी में भी बस इमानदारी शामिल रखना चाहते हैं। येही चाहत विगत एक वर्षों से तहसील को विवाद मुक्त रखा। तहसील के आला अधिकारियों के साथ तहसील के सभी कर्मचारियों ने बड़े इमानदारी से अपना कार्य किया हैं। इमानदारी कभी भी किसी को दिखाने के लिए नहीं होती। किसी की इमानदारी को लेकर लोग बोल उठते हैं। आज मड़िहान की जनता इनकी इमानदारी की गुणगान कर रही है। जनप्रतिनिधि चुप है। अधिकारी ने कोई को शिकायत करने का मौका ही नहीं दिया। वहीं जनता कहतीं ये अधिकारी मड़िहान तहसील के लिए एक वर्ष और रूक जायेगें तो जनता का पुरा भला हो जायेगा। अपने बैच के टाप करने वाले ये पीसीएस अधिकारी, इमानदारी,व कर्मनिष्ठा से काम करने का जो शपथ लिये थे ,वो आज भी नहीं भुले है। इसी इमानदारी व कर्मनिष्ठा का नतीजा है।जहां ये कार्यरत रहते हैं। जनता इनकी इमानदारी की मुरीद हो जाती है।
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