मड़िहान : कार्रवाई में ढिलाई के चलते मड़िहान में बढ़ रहा जमीन विवाद
- मारपीट व हत्या के बावजूद तहसील प्रशासन मौन
आदर्श तहसील मड़िहान में सुरक्षित, सार्वजनिक व भूमिधरी की सैकड़ो बीघा जमीन पर विवाद अनवरत बढ़ रहा है। सम्पूर्ण समाधान दिवस पर आये फरियादियों के शिकायती पत्रों की अनदेखी से मारपीट व हत्याएं हो रही है। बावजूद इसके तहसील प्रशासन मौन है।
मड़िहान थाना क्षेत्र के ममरी गांव स्थित चारागाह की जमीन विवाद में दस अक्टूबर की रात पंचायत के दौरान लाठी डंडे से युवक की पीटकर हत्या कर दी गयी। चार माह पूर्व दांती गांव में चकरोड विवाद के चलते दो पक्षों में खूनी संघर्ष हुआ। मारपीट के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान दो लोगों की जान चली गयी।
पटेहरा गांव भूमिधरी जमीन विवाद में ग्रामीणों के हमले में संतनगर पुलिस जख्मी हो गयी थी। मारपीट व अभद्रता करने के आरोप में पटवारी ने पिता पुत्र पर मुकदमा दर्ज कराया था। राहकला में शौचालय निर्माण को लेकर जमीन विवाद में तीन महिला समेत सात लोग जख्मी हो गए। राजगढ़ के कंजड़ बस्ती में जमीन विवाद को लेकर मारपीट में आठ लोग घायल हुए थे। मटिहानी गांव निवासी चंद्रकांत व अरविंद कुमार के बीच जमीन विवाद समाप्त होने का नाम नही ले रहा। पचोखरा में अमरनाथ सिंह व कृष्ण कांत सिंह बीच विवाद से पुलिस हलकान हो रही है। दाढ़ीराम गांव में जमीन विवाद सुलझाने के लिए लोग तहसील व थाने का चक्कर काट रहे हैं। गलत पैमाइस की शिकायत को लेकर कलवारी निवासी जानकी देवी एक वर्ष से परेशान है।
क्षेत्र के ममरी, करौंदा, विशुनपुरा, धनसेरिया आदि दर्जनों गांवों की सैकड़ो एकड़ चारागाह की सुरक्षित भूमि पर अनाधिकार कब्जा किया जा रहा है। गांव गांव नाली चकरोड का विवाद है। करौदा गांव के एक व्यक्ति द्वारा शिकायत की गई तो राजगढ़ पुलिस शिकायत करने वाले व्यक्ति की शांति भंग में चालान कर दी। जमीन विवाद में कार्रवाई के नाम पर पुलिस शांति भंग में चालान कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देती है।
तहसीलदार लालता प्रसाद ने कहा कि न्यायालयों में लंबित मामलों का निस्तारण न्यायालय से ही हो सकता है समाधान दिवस के अलावा प्रतिदिन कोई न कोई मामला आता है जिसको निपटाने में समय लग जा रहा है।
मिर्जापुर मड़िहान से महेंद्र सिंह की रिपोर्ट
” Marihan Today MZP News “
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