मिर्जापुर । जयंती पर याद किए गए चंद्र शेखर आजाद
- जातिगत राजनीति के कारण भारत माता के महानतम सपूत की उपेक्षा पर वक्ताओं ने जताया रोष
मिर्जापुर । देश कीआजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर कम उम्र मे ही अपने प्राणों की बलि देने वाले भारत माता के महानतम सपूत चंद्र शेखर आजाद की जयंती पर सवर्ण आर्मी के सदस्यों ने शहर के ऐतिहासिक शहीद उद्यान में उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हे याद किया।
कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों ने सरकारी स्तर पर चंद्र शेखर आजाद की जयंती पर कोई सरकारी आयोजन न होने पर चिंता एवं रोष व्यक्त किया।
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वक्ताओं ने कहा कि आजादी के 75 वर्षो बाद जहां देश के कई घराने आजादी दिलाने की कीमत वसुल रहें है वही देश की आजादी के लिए शहीद चंद्र शेखर आजाद जी की उपेक्षा बहुत ही निंदनीय है।
अलग अलग जातियों के नाम पर अपने अपने महापुरुषों को चयनित कर उनकी महिमा मंडन करने वालों को सोचना चाहिए कि चंद्र शेखर आजाद और उनकी टीम ने निस्वार्थ भाव से मां भारती की आजादी के लिए अपने अपने प्राणों की बलि देकर अग्रेजों पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाने का का काम किया था। उनकी शहादत से तत्कालीन अंग्रेजी शासन दबाव में आ गई थी और अंततः उन्हे भारत छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा।
बहुत दुख की बात है कि मां भारती के महानतम सपूत की सत्ताधारी एवं विपक्ष के द्वारा उपेक्षा की जा रही है।
वक्ताओं ने कहा कि चंद्र शेखर आजाद समस्त भारतीय युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया और अपने प्राण भी त्याग दिए।
वक्ताओं ने पंडित चंद्र शेखर आजाद को भारत माता का महानतम सपूत बताते हुए उन्हे याद किया, उनके लिए दो मिनट का मौन धारण किया।
कार्यक्रम में सवर्ण आर्मी के जिला संयोजक मुकेश पांडेय सहित आशुतोष दत्त पांडेय (मंगला पांडेय), शिव कुमार शुक्ल, नागेंद्र कुमार दुबे (मस्तराम), भूपेंद्र तिवारी, प्रशांत मिश्र, मनीष मालवीय, योगेश, रोशन इत्यादि लोग उपस्थित थे।
Rajan Gupta
Editor in chief
“Today MZP News“