मिर्जापुर के रविकांत दुबे का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयन
- 5 सितंबर को दिल्ली में किया जाएगा सम्मानित
- जानिए रविकांत की सफलता का राज उन्हीं की जुबानी
मिर्जापुर जनपद के पहाड़ी ब्लाक अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय भगेसर के प्रधानाचार्य रविकांत दुबे का चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए हुआ है । 5 सितंबर को दिल्ली में किए जाएंगे सम्मानित । इसके पहले भी 2021 में राज्य अध्यापक पुरस्कार पा चुके हैं। चयन होने पर हमने उनसे बात की और जाना उनकी सफलता का राज…
उत्तर प्रदेश से दो शिक्षकों का चयन राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए हुआ है उसमें से एक मिर्जापुर के रविकांत दुबे हैं । पहाड़ी ब्लाक के ग्राम सभा भगेसर में स्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य के रूप में रविकांत दुबे वर्तमान में कार्यरत हैं । उन्होंने विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ने के लिए नई-नई तकनीके ईजाद की हैं विद्यालय में गणित का बगीचा बनाने के साथ ही स्मार्ट क्लास और डिजिटल लाइब्रेरी, इंडोर- आउटडोर स्पोर्ट्स रूम आदि व्यवस्थाएं की है उनकी इस सफलता पर उन्हें बधाई देने के साथ ही हमने उनकी सफलता की कहानी जाननी चाहिए जिस पर उन्होंने बताया कि
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वर्ष 2016-17 में मैं यहां पढ़ने आया था उसे वक्त की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी मेरे मन में कुछ अच्छा करने की चाहत थी जिसके लिए मैं काम करने लगा जिसका परिणाम हुआ की 2018 -19 में उत्कृष्ट विद्यालय का पुरस्कार मिला जिसमें 95 रैंकिंग थी मगर मैंने हिम्मत नहीं हारी और 2022-23 में यह रैंकिंग सुधार कर पांचवें स्थान पर आई जिसने मुझे हिम्मत दिया 2021 में राज्य अध्यापक पुरस्कार मुझे मिला , और इसी वर्ष डीएम साहिबा ने मुझे पुरस्कृत किया
मैंने अपने जनपद में पहला स्मार्ट क्लास बनाया बच्चों को पढ़ने के लिए अच्छी लाइब्रेरी , स्पोर्ट्स रूम ,गणित का बगीचा, लाइब्रेरी जिसमें लगभग 4000 से अधिक पुस्तक हैं बनाया सारी सुविधाएं देने के बाद मैं राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए आवेदन किया और मेरा चयन हो गया मेरे चयन में सिर्फ मेरी मेहनत का फल नहीं है बल्कि विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों, अभिभावक को और ग्रामीणों का भी काफी सहयोग रहा है
मैं आगे और अच्छा कोशिश कर करने की कोशिश करता रहूंगा । हर सत्र में मैं एक नारा देता हूं और इस सत्र में में नारा दिया था हम साथ चलेंगे तो जीतेंगे साथ चलेंगे मतलब प्रधानाचार्य, अध्यापक, छात्र , छात्राएं, रसोईया, ग्रामीण और प्रधान सभी साथ चले और सभी साथ चले भी जिसका आज है परिणाम सामने आ रहा है उन्होंने कहा कि गणित के बगीचा से बच्चे खेल-खेल में गणित के फार्मूले सीख जा रहे हैं
पुरस्कार के रूप में उन्हें एक सर्टिफिकेट ₹50000 नगद और एक सिल्वर मेडल मिलेगा
निशीकांत दुबे का राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए का जनपद और प्रदेश के गर्व का विषय है तो वहीं अन्य शिक्षकों को इनसे सीख लेने की जरूरत है

समीर वर्मा की रिपोर्ट