वित्तीय साक्षरता, आर्थिक सवालम्बन एवं सशक्तिकरण पर महिलाओं को प्रशिक्षण
आज दिनांक 27 जुलाई 2024 को समन्वित ग्रामीण विकास केंद्र, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय मे वित्तीय साक्षरता पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। वैधानिक विनियामक निकाय स्टॉक एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) के द्वारा वित्तीय शिक्षा के प्रचार एवं प्रसार मे संलग्न है ।
केंद्र मे सिलाई सीख रही बहनों एवं ग्रामीण प्रबंधन के छात्रों को पूंजी बाजार की जानकारी हेतु प्रशिक्षण का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम मे बचत , निवेश के तरीके , शेयर बाजार , एवं निवेश के तरीके जोखिम, लाभ की संभावनाएं , साइबर अपराध, फ्रॉड वित्तीय स्कीम से बचाव , म्यूचूअल फंड मे निवेश इत्यादि विषयों पर जानकारी दी गई ।
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केंद्र के कोर्स कोऑर्डिनेटर डॉ आलोक कुमार पाण्डेय ने अतिथियों स्वागत करते हुए बताया की डिजिटल क्रांति ने वित्तीय लेनदेन को आसान किया है । लेकिन लेनदेन करते समय बहुत ही सावधानी की जरूरत है। संकाय प्रमुख प्रोफेसर बिन्दा परांजपे ने सिलाई सीख रही महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने मे केंद्र के योगदान को बताया और कहा की अब आर्थिक निर्णय स्वयं परिवार के हिट ध्यान मे रख कर लेना चाहिए ।
कार्यक्रम मे सेबी के अधिकारी श्रीमती मोनी साहू ने बचत के महत्व के बारे मे बताया । श्री दीपक कुमार सेबी ने म्यूचूअल फंड एवं साइबर अपराध, फ्रॉड वित्तीय योजना के बारे मे जानकारी दी । तथा बताया की यदि उनके साथ कभी कोई फ्रॉड होता है तो कैसे बचाव किया जी एवं कहाँ शिकायत की जाए । श्री अनिल नारायण दुबे ने बचत , निवेश के तरीके , शेयर बाजार , एवं निवेश के तरीके जोखिम, लाभ की संभावनाएं की जानकारी दी। उन्होंने कहा की यदि सही समय पर निवेश किया जाए तो हम एक अच्छी पूंजी बना सकते है। धन्यवाद प्रोजेक्ट ऑफिसर डॉ बी पी सिंह ने दिया और कहा की वित्तीय लेनदेन करते समय ओ टी पी को किसी भी व्यक्ति से शेयर न करें। श्रीमती आरती विश्वकर्मा, श्री अनिल कुमार भूषण , राजनाथ , रामजी पीयूष , विजय , सतीश सुरेश इत्यादि सम्मिलित थे।
वाराणसी से आशुतोष उपाध्याय की रिपोर्ट