मिर्जापुर : डॉ तरुण सिंह को चिकित्सा अधीक्षक पद से हटाए जाने पर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने जताई नाराजगी
प्रांतीय उपाध्यक्ष शत्रुघ्न केसरी ने कहा …
“अच्छे काम करने वाले को हटाने से अब अस्पताल की व्यवस्था राम भरोसे हो जाएगी”
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मंडलीय अस्पताल मिर्जापुर के लोकप्रिय चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर तरुण सिंह को उनके पद से हटाकर उनकी जगह मंडलीय अस्पताल के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ए के सिन्हा को नियुक्ति देने पर व्यापारी समाज और उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने नाराजगी जताई है l
प्रांतीय उपाध्यक्ष शत्रुघ्न केसरी ने कहा कि डॉक्टर एके सिन्हा इसके पूर्व भी मंडलीय चिकित्सालय में ओएसडी के पद पर कार्यरत रहे हैं मरीज के द्वारा सामाजिक संगठनों के द्वारा उनके कार्यशैली की काफी निंदा और विरोध होता रहा है
जिसके कारण मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य के द्वारा ही उनको हटाया गया था उनके पूर्व के आचरण व्यवहार एवं मरीज के प्रति दुर्व्यवहार की जो छवि उनकी है ऐसे में व्यापार मंडल और व्यापारी समाज उनकी नियुक्ति का विरोध करता है l
डॉ तरुण सिंह ने एसआईसी के पद पर रहते हुए काफी हद तक मंडलीय चिकित्सालय की तमाम कमियों और बिगड़ी हुई व्यवस्था को सुधारने का सराहनीय प्रयास किया इसका प्रत्यक्ष प्रमाण एक वर्ष के अंदर चार-पांच जटिल ऑपरेशन को सफलतापूर्वक संपन्न कराया l
डॉक्टर समय पर ओपीडी में बैठने लगे एसआईसी और सभी डॉक्टर्स मैं समन्वय स्थापित होने के कारण अस्पताल के सभी डॉक्टर और स्टाफ अपनी अपनी जिम्मेदारियां का बखूबी निर्वहन कर रहे थे,
- मरीज लाभान्वित होकर मंडलीय चिकित्सालय की प्रशंसा करते थे l
जिससे प्रभावित होकर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने अपने सम्मानित डॉक्टरों की हौसला अफजाई के लिए सार्वजनिक मंच से अस्पताल की डॉक्टर और स्टाफ को मिलाकर 28 लोगों को सम्मानित करने का एक बड़ा आयोजन किया था l
लेकिन डॉक्टर एके सिन्हा के दोबारा चार्ज में आने से मंडलीय चिकित्सालय की व्यवस्था अब राम भरोसे ही चलेगा l
Rajan Gupta
Editor in chief
“Today MZP News“