जिला मण्डलीय चिकित्सालय के सभागार में थैलेसीमिया जागरूकता गोष्टी आयोजित किया गया
आज विश्व थैलेसीमिया दिवस के उपलक्ष्य में विन्ध्य फाउंडेशन ट्रस्ट के बैनर तले जिला मण्डलीय चिकित्सालय के सभागार में थैलेसीमिया जागरूकता गोष्टी आयोजित किया गया । जिसकी अध्यक्षता डॉ संजीव कुमार सिंह प्राचार्य मां विंध्यवासिनी मेडिकल कॉलेज मीरजापुर , कार्यक्रम प्रभारी डॉक्टर एस के श्रीवास्तव प्रमुख अधीक्षक जिला मण्डलीय चिकित्सालय तथा कार्यक्रम के संयोजक कृष्णानंद हैहयवंशी विन्ध्य फाउंडेशन ट्रस्ट अध्यक्ष द्वारा संपन्न हुआ ।
मंच का संचालन रामकुमार गुप्ता PRO ब्लड बैंक ने किया ।
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विन्ध्य फाउण्डेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष कृष्णानन्द ने बताया कि आज की इस गोष्ठी का मुख्य उद्देश्य आम जनमानस तक थैलेसीमिया जैसी गंभीर बीमारी के बारे में बताना और इन मरीजों को कितना रक्त अपनी जीविका चलाने के लिए जरूरत पड़ती है जिसका सकारात्मक संदेश जनता तक पहुंचे और लोग गंभीरता से रक्तदान के प्रति आगे आए ट्रस्ट के साथ कुल 18 थैलेसीमिया मैरिज जुड़े हैं जिनकी उम्र 12 माह से लेकर 38 साल तक की है जिन्हें प्रत्येक 20 से 25 दिन के अंदर ब्लड चढ़ाया जाता है इनको अपनी जिंदगी आगे बढ़ाने के लिए पूरी लाइफ ब्लड की जरूरत पड़ती है । यह ब्लड स्वस्थ व्यक्ति जब स्वैच्छिक रक्तदान करता है तभी जाकर इनको समय पर मिल पाता है । कार्यक्रम अध्यक्षता कर रहे हैं प्राचार्य डॉ संजीव कुमार सिंह ने कहा कि हम निवेदन करते हैं की ज्यादा से ज्यादा स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित करने के लिए संस्थाएं जनमानस लोगों को प्रेरित करें ताकि हम समय पर उन मरीजों के लिए सार्थक सिद्ध होते रहे जिन्हें इलाज के दरमियान रक्त की जरूरत पड़ती है , क्योंकि रक्त प्राप्त करने का साधन आप समाज सेवी ही है जब तक आप अपनी भावना जनमानस से नहीं जोड़ेंगे यह कतई संभव नहीं है कि हमारे ब्लड बैंक में ब्लड एकत्रित हो सके इसलिए आप सभी से आग्रह है जब भी अवसर मिले जिला रक्त कोष में रक्तदान करने जरूर से आए । सभा मे उपस्थित 22 वर्षीय थैलेसीमिया मैरिज निहाल दुबे ने भावुक मन से बोला कि मैं आभारी हूँ उन सभी ईश्वर रूपी रक्तदातायो का जो हम लोग के लिए रक्तदान करते है हमारी सांस अगर चल रही है तो कही न कही ये अब आपलोगो की बदौलत है इसमें सबसे अहम रोल विन्ध्य फाउण्डेशन ट्रस्ट के है जब से हम इनसे जुड़े है मेरा हौसला बढ़ गया । सभा मे उपस्थित मात्र 12 माह के बच्चे के माता पिता ने भी अपनी बात रखी और बताया कि 3 माह पूर्व जब हमने अपने बच्चे की लगातार कमजोरी को ध्यान दिया तो जांच के दरमियान संज्ञान आया कि यह थैलेसीमिया का लक्षण है और इसे जिंदा रखने के लिए दवा के साथ साथ प्रत्येक 20 से 30 दिन के अंतराल में ब्लड चढ़ना रहेगा ।
बालरोग विशेषज्ञ डॉ आर्थो ने थैलेसीमिया के जांच के बारे में उसके लक्षण एवं बचने की संभावना के बारे में बताया ।
कार्यक्रम के आरंभ में कुल 5 लोगो ने स्वेच्छा से रक्तदान किया वो निशात गुप्ता , आदर्श दुबे , बृजेश कुमार , जय शंकर जायसवाल , जाहिद खान ।
मुख्य रूप से उपस्थित रहे – अक्षत गुप्ता , आकाश तिवारी , विनय कुमार , आदित्य बरनवाल , वरुण सिंह , शशांक गुप्ता , हिमांशू कसेरा , मोहित कसेरा , रुद्रेश कुमार , कुलप्रीत सरना , माला सिंह पटेल , श्री साईं सेवा परिवार संगठन से शुभम गुप्ता , अमित गुप्ता , अपेड फाउंडेशन से अंश अनन्त डॉ दुर्गेश सिंह , डॉ सुनील सिंह , डॉ आनंद सिंह सहित अन्य जिला चिकित्सालय के स्टाफ नर्स एवं अन्य संस्थायों के पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित रहे ।

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सुशील कुमार उपाध्याय की रिर्पोट
” Today MZP News “