विंध्याचल : 10 पुरोहितों पर शांति भंग का मुकदमा दर्ज किया गया
मीरजापुर। नगर मजिस्ट्रेट मिर्जापुर के मुकदमा द्वारा विंध्याचल के 10 पुरोहितों पर शांति भंग का मुकदमा दर्ज किया गया है जिसके लिए तीर्थ पुरोहित शनि दत्त पाठक के द्वारा एक प्रेस वार्ता कर शासन प्रशासन से प्रश्न किया गया की तीर्थ पुरोहितों के द्वारा ऐसा कौन सा कार्य किया गया जिससे शांति भंग की स्थिति उत्पन्न होती है और उन्हें एक वर्ष के लिए नजर पाबाध्य किया जा रहा है अपने मौलिक अधिकार के बातों को रखने के लिए कहां का यह नियम है कि जो अपने अधिकार की बात को रखता है उसके ऊपर मुकदमा दर्ज हो जाए।
मुझे सोशल साइट से जानकारी हुआ की 10 पुरोहितों के ऊपर नगर मजिस्ट्रेट के द्वारा मुकदमा दर्ज हुआ है नोटिस हम लोगों को ग्रुप के माध्यम से प्राप्त हुआ। विंध्य क्षेत्र में पुरोहितों के ऊपर 6 वर्षों से मान सम्मान रोजी-रोटी से खिलवाड़ किया जा रहा है पुरोहितों के मौलिक अधिकार विंध्य पंडा समाज का चुनाव उसका हनन किया जा रहा है।
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मुझे जब सोशल साइट के माध्यम से पता चला की हम सबको एक वर्ष के लिए नजर पाबाध्य किया गया है तो मैं प्रेस वार्ता के माध्यम से शासन प्रशासन से प्रश्न करना चाहता हूं कि आपने लिखा है कि दो पक्षों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न है मेरे या जो भी तीर्थ पुरोहित के द्वारा अपने मान सम्मान की बात शांति प्रिय ढंग से रखी जा रही है उसमें ऐसा क्या है जिसे शांति भंग की स्थिति उत्पन्न होती है ऐसा कौन सा कार्य किया जा रहा है जिसकी वजह से उनको एक वर्ष के लिए आप नजर पाबध्य कर रहे हैं। मैं शासन प्रशासन से यह मांग करता हूं कि पुरोहित परिवार का ब्राह्मण परिवार के मौलिक अधिकार का हनन न किया जाए प्रशासन के द्वारा ऐसा कोई कार्य न किया जाए जिससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज का छवि धूमिल हो।
अगर चुनाव नहीं होता है तो पुरोहितों के द्वारा सर्व समाज के द्वारा एक बड़ा आंदोलन का आवाहन किया जाएगा।नगर मजिस्ट्रेट मिर्जापुर के द्वारा विंध्याचल के 10 पुरोहितों पर शांति भंग का मुकदमा दर्ज किया गया है जिसके लिए तीर्थ पुरोहित शनि दत्त पाठक के द्वारा एक प्रेस वार्ता कर शासन प्रशासन से प्रश्न किया गया की तीर्थ पुरोहितों के द्वारा ऐसा कौन सा कार्य किया गया जिससे शांति भंग की स्थिति उत्पन्न होती है और उन्हें एक वर्ष के लिए नजर पाबाध्य किया जा रहा है अपने मौलिक अधिकार के बातों को रखने के लिए कहां का यह नियम है कि जो अपने अधिकार की बात को रखता है उसके ऊपर मुकदमा दर्ज हो जाए।
मुझे सोशल साइट से जानकारी हुआ की 10 पुरोहितों के ऊपर नगर मजिस्ट्रेट के द्वारा मुकदमा दर्ज हुआ है नोटिस हम लोगों को ग्रुप के माध्यम से प्राप्त हुआ। विंध्य क्षेत्र में पुरोहितों के ऊपर 6 वर्षों से मान सम्मान रोजी-रोटी से खिलवाड़ किया जा रहा है पुरोहितों के मौलिक अधिकार विंध्य पंडा समाज का चुनाव उसका हनन किया जा रहा है। मुझे जब सोशल साइट के माध्यम से पता चला की हम सबको एक वर्ष के लिए नजर पाबाध्य किया गया है तो मैं प्रेस वार्ता के माध्यम से शासन प्रशासन से प्रश्न करना चाहता हूं कि आपने लिखा है कि दो पक्षों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न है मेरे या जो भी तीर्थ पुरोहित के द्वारा अपने मान सम्मान की बात शांति प्रिय ढंग से रखी जा रही है उसमें ऐसा क्या है जिसे शांति भंग की स्थिति उत्पन्न होती है ऐसा कौन सा कार्य किया जा रहा है जिसकी वजह से उनको एक वर्ष के लिए आप नजर पाबध्य कर रहे हैं। मैं शासन प्रशासन से यह मांग करता हूं कि पुरोहित परिवार का ब्राह्मण परिवार के मौलिक अधिकार का हनन न किया जाए प्रशासन के द्वारा ऐसा कोई कार्य न किया जाए जिससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज का छवि धूमिल हो। अगर चुनाव नहीं होता है तो पुरोहितों के द्वारा सर्व समाज के द्वारा एक बड़ा आंदोलन का आवाहन किया जाएगा।
Rajan Gupta
Editor in chief
“Today MZP News“

