विंध्याचल : नवरात्र बीतते ही त्रिकोण पथ पर पसरा अंधेरा अधिकारी नहीं ले रहे हैं सुध
- नवरात्र के पूर्व सभी तैयारियां की जाती है दुरुस्त परंतु उसके बाद नहीं जाता किसी का इस पर ध्यान
- रात्रि कालीन त्रिकोण करने वालों को होती है अंधेरे से बड़ी परेशानी
मीरजापुर। विंध्याचल त्रिकोण पथ पर पड़ने वाले अष्टभुजा पहाड़ी मार्ग पर नवरात्र बीतने के बाद से ही अंधेरा पसरा हुआ है रोशनी के लिए लगाई गई स्ट्रीट लाइट बस केवल दिन में शोभा बढ़ाने का काम करती हैं
रात्रि में इनके ना जलने के कारण पूरे पहाड़ी मार्ग पर अंधेरा पसरा रहता है इस मार्ग पर पड़ने वाले एक दो गेस्ट हाउस और कुछ आश्रम तथा मंदिरों को छोड़ दें तो मार्ग पर जितने भी स्ट्रीट लाइट लगी हुई है वह जलती नहीं है
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स्थानीय बुजुर्ग ने बताया कि नवरात्र बात से ही सभी लिए एक के बाद एक जलने बंद हो गई और अब पूरी तरह से अंधेरा पसरा हुआ है
सावन का महीना भी शुरू हो गया है और रात्रि में भी अब कांवड़ यात्रा वाले दर्शन पूजन करने को पहुंचते हैं ऐसे में अंधेरे के चलते उन्हें भी काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है ।
विंध्याचल स्थित विंध्य कॉरिडोर मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है और इसी कार्य डोर के तहत काली को और अष्टभुजा मंदिर को भी डेवलप किया जाना है परंतु अभी के हालात देखकर ऐसा लगता नहीं की जिम्मेदार लोगों को डेवलपमेंट की चिंता है
विन्ध्याचल से सूरज कुमार की रिपोर्ट
” Vindhyachal Today MZP News “