वाराणसी : गुमनामी का जीवन जी रहे हैं पीएम के प्रस्तावक पंडित छन्नूलाल मिश्र
- न्याय के लिए पीएम मोदी और सीएम योगी की राह देख रहे हैं पंडित छन्नूलाल मिश्र
भारतीय गायन शैली में पद्म विभूषण से सम्मानित और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनाव में प्रस्तावक रहे पंडित छन्नूलाल मिश्र इन दिनों गुमनामी का जीवन मिर्ज़ापुर में बिता रहे हैं ।
बेटे, पोते और बेटी की प्रताड़ना से तंग आकर बनारस छोड़ मिर्जापुर में 2 साल से रह रहे हैं। पीएम मोदी और सीएम योगी से मिलकर कहना चाहते हैं अपनी परेशानी परंतु दोनों ने नहीं ली अभी तक इनकी सुध….
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हिंदुस्तानी संगीत को नया आयाम देने वाले लोक गायक पंडित छन्नूलाल मिश्र इन दिनों अपने पारिवारिक समस्या के चलते वाराणसी छोड़ मिर्जापुर में गुमनामी का जीवन जी रहे हैं ।
88 वर्षीय पंडित छन्नूलाल मिश्र ने बताया कि बनारस में रहने के दौरान लोगों की प्रताड़ना से तंग आकर मैं अपनी बेटी दूसरी बेटी के साथ यहां रह रहा हूं परंतु यहां भी वह लोग हमारा पीछा नहीं छोड़ रहे हैं और तरह-तरह से हमें परेशान करने की कोशिश में लगे हुए हैं
उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री जी से मुलाकात हो या मुख्यमंत्री जी से मुलाकात हो तो अपनी समस्या उनसे कहें
मिर्जापुर में अपनी बेटी के साथ रह रहे छन्नू लाल मिश्रा को इस बात का भी दुख है कि जहां पर सब लोग अपना अंतिम समय बनारस में बिताना चाहते हैं वही वह मजबूर होकर मिर्जापुर में बेटी के घर रह रहे हैं
उनकी हार्दिक इच्छा है कि वह बनारस में रहे परंतु परिवार के लोग उन्हें वहां रहने नहीं दे रहे हैं ज्ञात हो कि वर्ष 2014 प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से उनके प्रस्तावक भी रहे हैं पंडित छन्नूलाल मिश्र
वहीं उनकी बेटी ने बताया कि वाराणसी में रहने के दौरान ममता दी ही पापा के सारे हिसाब किताब देखी थी उनके और भाई तथा बेटे द्वारा उनके खाते से लाखों का गबन किया गया है
मैं 19 वर्षों तक मथुरा में नौकरी कर रही थी परंतु पिताजी की प्रताड़ना से परेशान होकर मैं यहां मिर्ज़ापुर में कम पोस्ट पर ज्वाइन कर लिया है और अब पिताजी के साथ रह रही हूं. परंतु वह लोग अब भी हमें तरह तरह से परेशान कर रहे हैं.
पीएम मोदी और सीएम योगी से Today MZP News की भी यह अपील है कि वह हिंदुस्तान के इस महान कलाकार की व्यथा को जल्द से जल्द सुने ताकि इन्हें कोई परेशानी ना हो ।