स्मृतियों में अटल जी : चलती ट्रेन में मुलाकात और अटलजी का मजाक
मिर्जापुर । पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों के बारे में बताते हुए आध्यात्मिक एवं दार्शनिक विषयों के स्तंभकार सलिल पांडेय ने अनेक महत्वपूर्ण जानकारियां दी। उन्होंने 1990 की एक स्मृति का जिक्र किया।
अटल जी कानपुर से बैठकर कालका मेल से कलकत्ता में आयोजित पार्टी के अधिवेशन में भाग लेने जा रहे थे ।
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इसकी जानकारी मुझे इलाहाबाद में हुई । उन दिनों ‘आज’ अखबार के लिए लिख रहा था । अयोध्या आंदोलन उफान पर था । मैं भी इलाहाबाद स्टेशन पर था और मिर्जापुर लौटना था ।
यह पता चलते कि कालका मेल में वर्तमान गृहमंत्री राजनाथ सिंह जी भी हैं । मैं भी इस उम्मीद से कालका मेल में चढ़ गया कि राजनाथ जी जिनकी कर्मभूमि मिर्जापुर रही, मुलाकात करा ही देंगे ।
ट्रेन में अंदर ही अंदर AC First Class के उस कोच तक पहुंच गया । राजनाथ जी सामने पड़ गए । उन्होंने मेरा परिचय कराते हुए कहा कि ये आपका इंटरव्यू लेना चाहते हैं । कोच में वर्तमान विदेशमंत्री सुषमा स्वराज एवं मदनलाल खुराना भी थे । अटल जी से तत्कालीन राजनीतिक विषयों पर कुछ सवाल मैंने किया ।
सबका उत्तर देते रहे । जब मैंने पूछा-‘भाजपा गरीब की रोटी में रामलला क्यूँ नहीं देखती’ तो वे तपाक से हंसते हुए बोले कि लगता है कांग्रेसी हो ? जब मैंने कहा कि कांग्रेसी भाजपा का मान लेते हैं, तब वे और अधिक हंस पड़े ।
चलती ट्रेन जब मिर्जापुर आयी तो यहां भाजपा के कार्यकर्ता जुटे थे । गेट पर राजनाथ जी आए, कुछ लोग अंदर गए ।
अटलजी को प्रणाम किया । पूरी यात्रा में भाजपा की रीति-नीति के संबन्ध में जटिल सवालों पर वे गुस्से या तनाव में नहीं हुए वरना कई बड़े राजनेताओं से इंटरव्यू का अनुभव था कि वे क्रोधित हो जाते रहे हैं । अटल जी का ऐसा व्यक्तित्व था कि उन्हें महामानव कहा जाए तो भी कम ही होगा ।
इसके अतिरिक्त दूसरी घटना के बारे में उनके पैदल जुलूस के बारे में भी सलिल पाण्डेय ने जो बताया, उसके अनुसार वर्ष 1980 के चुनाव में वे नगर के घण्टाघर में जनसभा की । उन्हें पार्टी के लोगों ने बताया कि प्रशासन पक्षपात कर रहा है । मंच से उतर कर वे पैदल ही वासलीगंज, संकटमोचन, रामबाग होते कचहरी पहुंचे ।
DM से बड़े संयमित ढंग से बातचीत की तथा निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए कहा । उनके जाने के बाद वहां मौजूद प्रशासनिक अधिकारी बात करने की उनके स्टाईल की तारीफ की ।
- इसके अलावा अटल जी वर्ष 1991 में ए एस जे इंटर कालेज में भी जनसभा के लिए आए थे ।
उन दिनों प्रधानमंत्री नरसिंहराव द्वारा द्वारा लागू की जा रही उदारीकरण एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष तथा डंकल प्रस्ताव पर जम कर प्रहार किया था । भीड़ में घुसकर मैंने उनसे ‘भाजपा को ही वोट जनता क्यों दे?’ पूछा तो उन्होंने सुशासन के लिए भाजपा को वोट की बात कहीं । धक्कामुक्की में और सवाल नहीं हो सके जबकि वे सवाल-जवाब के मूड में दिख रहे थे ।
● सलिल पांडेय, मिर्जापुर ।