बहनों ने भाई की लंबी उम्र के लिए की भैया दूज की पूजा
भैया दूज, जिसे भाई दूज, भाई टीका, भतरु द्वितीया, भाऊ बीज, यम द्वितीया, और भ्रातृ द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो भाई-बहन के पवित्र बंधन को मनाता है।
भैया दूज की परंपरा और पूजा विधि
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इस दिन बहनें अपने भाइयों को अपने घर आमंत्रित कर उन्हें तिलक लगाती हैं और भोजन कराती हैं। इसके अलावा, बहनें अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी आरती उतारती हैं और कलाइयों में कलावा बांधती हैं ¹।
भैया दूज की कथा
भैया दूज की पौराणिक कथा के अनुसार, इस दिन यमुना अपने भाई भगवान यमराज को अपने घर आमंत्रित करके उन्हें तिलक लगाकर स्वादिष्ट भोजन कराती है। इससे प्रसन्न होकर यमराज ने अपनी बहन यमुना से वरदान मांगने को कहा। यमुना ने कहा कि आज के दिन जो बहनें अपने भाई को निमंत्रित कर भोजन कराएंगी और तिलक लगाएंगी, उन्हें यम का भय नहीं होगा। यमराज ने तथास्तु कहा, और तभी से कार्तिक मास की शुक्ल द्वितीया को बहनें अपने भाई को भोजन कराकर तिलक लगाती हैं ।
ओम शंकर गिरी (पप्पू) की रिपोर्ट
” Today MZP News “