प्रशासनिक उपेक्षा का शिकार हुआ विंध्याचल का अष्टभुजा पहाड़ी मंदिर मार्ग
- मार्ग में लगी स्ट्रीट लाइट न जलने के कारण मार्ग पर अंधेरे का साम्राज्य
- कावड़ यात्रा लेकर निकले दर्शनार्थियों भय के माहौल में यात्रा करने को मजबूर
मीरजापुर विंध्याचल । विंध्य पर्वत पर स्थापित मंदिर के मार्ग पर इन दिनों प्रशासनिक लापरवाही के चलते अंधेरे का साम्राज्य पसरा हुआ है । नवरात्र के दिनों में रोशनी और भक्तों से गुलजार रहने वाला अष्टभुजा मंदिर मार्ग कली खोह मंदिर मार्ग इन दिनों स्ट्रीट लाइट ना जलने के कारण पूरी तरह अंधेरे में डूबा हुआ है।
सावन का महीना शुरू हो गया है और दूर-दूर से भक्त कावड़ लेकर शिवालियों में जल चढ़ाने जाते हैं इस दौरान वह विंध्याचल मां विंध्यवासिनी के साथ-साथ काली खोह में मां काली और अष्टभुजा माता का दर्शन करने अवश्य जाते हैं
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परंतु इस बार नवरात्र के बाद से ही यहां की लगी स्ट्रीट लाइट है एक के बाद एक खराब हो गई है जिसके चलते मार्ग पर अंधेरा फैला रहता है शिव भक्तों का कहना है कि कावड़ लाने वाले लोग पैदल रंग और नंगे पांव ही यात्रा करते हैं
ऐसे में अंधेरे के चलते उन्हें इस बात का भी डर सताता रहता है कि कहीं कोई जीव जंतु उनके पैर में काटना ले साथ ही अराजक तत्वों का भी डर सताता रहता है जौनपुर से आए श्रद्धालु ने कहा कि व्यवस्थाएं हैं परंतु उसे पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है ।
हिंदू हित की बात सरकार करती है परंतु हिंदुओं के इस पवित्र त्यौहार पर इस तरह की लापरवाही ठीक नहीं है तस्वीरों में देख सकते हैं कि किस तरह गाड़ी की लाइट के सहारे लोग मार्ग पर और जा रहे हैं परंतु अंधेरे के चलते रुकने की हिम्मत किसी की नहीं हो रही
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विन्ध्याचल से सूरज कुमार की रिपोर्ट
” Vindhyachal Today MZP News “