नरायनपुर के लाल को अंतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब
- राजकीय सम्मान के साथ अमर शहीद वीर सपूत को दी गई अंतिम विदाई
- बारुद फटने से हुई थी जवान चंद्र प्रकाश की मौत
कछवां। क्षेत्र के नरायनपुर गांव निवासी सेना का जवान अमर शहीद चंद्रप्रकाश पटेल (31) पुत्र राजनाथ पटेल की पार्थिव शरीर को नम आंखों से विदाई दिया गया। लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल विद्यालय ग्राउंड पर हजारों की संख्या में ग्रामीण पार्थिव शरीर का सुबह से ही इंतजार करते रहे।
देर शाम पहुंची पार्थिव शरीर को गोरखा रेजिमेंट के मेजर व सूबेदार रुप बहादुर व तुल बहादुर पाल, एडीएम नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, एएसपी सिटी नितेश सिंह, एसडीएम सदर गुलाब चंद्र, सीओ सदर अमर बहादुर, थाना प्रभारी अंजनी राय व पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्र पटेल ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
- Advertisement -
श्रद्धांजलि से पूर्व गोरखा रेजिमेंट बटालियन व पुलिस के जवानों द्वारा राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। गार्ड ऑफ ऑनर देने के पश्चात श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। चंद्रप्रकाश के पार्थिव शरीर को डीजे पर देश भक्ति गीत के धुन पर लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल विद्यालय मैदान से नरायनपुर गेट होते हुए दुर्गा मंदिर तक भ्रमण करते हुए पार्थिव शरीर को सेना की अगुवाई में अंतिम संस्कार के लिए चुनार के अदलपुरा घाट के लिए रवाना किया गया।
इस दौरान हजारों की संख्या में हाथों में तिरंगा झंडा लिए युवाओं के “भारत माता की जय, बंदे मातरम व जब तक सूरज चांद रहेगा चंद्रप्रकाश का नाम रहेगा” की नारों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान रहा। वही पार्थिव शरीर देखने को भारी संख्या में महिलाओं समेत भारी संख्या में भीड़ उमड़ी रही। गांव के वीर सपूत चंद्रप्रकाश पटेल के शहीद होने पर महिलाओं ने भी नम आंखों से विदाई दिया।
वही जानकारी के अनुसार बताया गया कि राजस्थान के सूरतगढ़ में 99वी बटालियन के रूप में तैनात चंद्रप्रकाश ट्रेनिंग के दरमियान बंकर में सोमवार की सुबह बारूद फट जाने से की आकस्मिक मौत हो गई। जिसकी जानकारी साथी जवानों ने पत्नी स्नेहा को दिया। सुनते ही स्नेहा के होश उड़ गए और वह बेसुध हो गई। जिसके पश्चात साथी जवानों ने पत्नी के ही फोन से परिजनों को सूचना दिया। सूचना मिलते हैं परिजनों समेत ग्रामीणों में कोहराम मच गया। वही मंगलवार को सेना के जवानों कि अगुवाई में पार्थिव शरीर को लाया गया और सलामी के साथ अंतिम संस्कार चुनार के अदलपुरा घाट पर कराया गया। पत्नी स्नेहा बेसुध पड़ी रही व तीन वर्ष के पुत्र अयांश ने भी नम आंखों से अपने पिता को अंतिम विदाई दिया। शहीद जवान का शव पहुंचते ही घर परिवार समेत क्षेत्र में कोहराम मच गया। जिसके पश्चात राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव शरीर को अंतिम विदाई दिया गया।
अपने जन्मदिन के दिन ही इकलौते पुत्र ने अपने वीर शहीद पिता को दी मुखाग्नि….
वीर शहीद जवान चंद्र प्रकाश पटेल का इकलौता पुत्र अयांश का मंगलवार 17 दिसंबर को ही तीसरा वर्ष पूर्ण हुआ है, बेटे अयांश ने बताया कि उसके जन्मदिन पर शहीद पिता ने इलेक्ट्रिक साइकिल और गन देने का वादा किया था लेकिन उसके जन्मदिन से दो दिनों पहले ही पापा बिना कुछ बताए ट्रेनिंग पर चले गए। इकलौते पुत्र अयांश ने रोते हुए अपने बीर शहीद पिता को मुखाग्नि दी और कहा कि मेरे पापा अमर रहे।
कछवां से शिवम मोदनवाल की रिपोर्ट
Kachhwa Today MZP News “